River Indie EV Scooter का असली माइलेज देख हैरान हुए नए खरीदार – जानिए पूरी सच्चाई!

River Indie EV Scooter: भारत का इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार इन दिनों इनोवेशन से भरा हुआ है। कई नए खिलाड़ी अपनी अनोखी पेशकश लेकर सामने आ रहे हैं, लेकिन बेंगलुरु की स्टार्टअप कंपनी रिवर द्वारा लॉन्च किया गया Indie EV स्कूटर खासा चर्चाओं में है। अपने शहरी स्टाइलिश लुक और फ्यूचरिस्टिक फीचर्स के लिए चर्चित यह स्कूटर अब एक और वजह से सुर्खियों में है – और वो है इसका रियल-वर्ल्ड माइलेज, जो कई नए खरीदारों के लिए चौंकाने वाला साबित हो रहा है।

रिवर इंडी: एक झलक

रिवर का यह इलेक्ट्रिक स्कूटर खासतौर पर शहरी आवागमन और डेली कम्यूट के लिए डिजाइन किया गया है। इसका मजबूत और चौड़ा बॉडी स्ट्रक्चर, बड़ा फ्लोरबोर्ड और लोड कैपेसिटी इसे अन्य EV स्कूटर्स से अलग बनाते हैं। लेकिन असली चर्चा इसके लुक्स से ज्यादा सड़क पर इसकी परफॉर्मेंस को लेकर हो रही है।

कंपनी के अनुसार, यह स्कूटर एक बार चार्ज करने पर लगभग 120 किलोमीटर तक चल सकता है – हालाँकि ये आंकड़े राइडिंग कंडीशंस पर निर्भर करते हैं। लेकिन अब जब लोग इसे असल में चला रहे हैं, तो नतीजे कहीं ज़्यादा दिलचस्प साबित हो रहे हैं।

असली माइलेज में बड़ा फर्क

बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद जैसे शहरों में शुरुआती यूज़र्स ने जो माइलेज रिपोर्ट की है, वह काफी भिन्न है। कुछ लोग एक बार चार्ज में 90 से 100 किलोमीटर तक चला पाने का दावा कर रहे हैं, वहीं कुछ यूज़र्स का कहना है कि उन्होंने 110 से 115 किलोमीटर तक की दूरी भी तय की है – खासकर ईको मोड और समझदारी से चलाने पर।

लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब कुछ यूज़र्स ने सिर्फ 70–80 किलोमीटर का माइलेज बताया, खासकर पावर मोड में, या फिर ढलानों, फ्लाईओवर पर चढ़ाई और भारी लोड के साथ चलाते समय। इसके चलते ऑनलाइन फोरम्स और सोशल मीडिया पर बैटरी, राइडिंग हैबिट्स और बाहरी परिस्थितियों को लेकर जमकर बहस हो रही है।

क्या कारण है इस माइलेज सरप्राइज़ का?

असल माइलेज में आए इस उतार-चढ़ाव के पीछे कई वजहें हैं:

  • राइडिंग मोड का चयन: इंडी में ईको, राइड और रश – तीन मोड्स दिए गए हैं। ईको मोड में सबसे बेहतर माइलेज मिलता है जबकि रश मोड ज्यादा बैटरी खर्च करता है।
  • ट्रैफिक कंडीशंस: अगर आप अधिक ट्रैफिक में रुक-रुक कर चला रहे हैं, तो माइलेज पर असर पड़ेगा।
  • लोड और टेरेन: स्कूटर को अधिक वजन के साथ या ऊंचे इलाके में चलाने पर बैटरी जल्दी खत्म होती है।
  • मौसम का प्रभाव: गर्मी, बारिश या नमी भी बैटरी की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।

खरीदारों की प्रतिक्रिया: कोई खुश, तो कोई हैरान

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स और यूट्यूब रिव्यूज़ में इस स्कूटर को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इस बात से खुश हैं कि उन्हें कंपनी के दावों के करीब माइलेज मिल रहा है – जो EVs के मामले में बड़ी बात है। वहीं कुछ लोग निराश हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि स्कूटर हर स्थिति में 120 किमी देगा।

फिर भी, अधिकांश यूज़र्स मानते हैं कि चार्जिंग टाइम और इस्तेमाल में आसानी इसे शहरी यात्राओं के लिए सुविधाजनक बनाते हैं।

क्या माइलेज की ये बात डील ब्रेकर है?

ज़रूरी नहीं। EV एक्सपर्ट्स और अनुभवी यूज़र्स हमेशा कहते हैं कि कोई भी इलेक्ट्रिक व्हीकल असली दुनिया में उतना नहीं देता जितना कंपनी दावा करती है। असल सवाल यह होना चाहिए कि क्या वह स्कूटर आपके रोज़मर्रा के सफर को भरोसेमंद ढंग से पूरा कर रहा है?

अधिकतर के लिए, रिवर इंडी अब भी एक मजबूत विकल्प है – इसकी उपयोगिता, डिजाइन और कीमत को देखते हुए।

निष्कर्ष

रिवर इंडी का असली माइलेज भले ही कुछ लोगों के लिए आश्चर्यजनक हो, लेकिन यह किसी खामी की बजाय एक जरूरी सीख है – EV खरीदते समय केवल ब्रॉशर में दिए आंकड़ों पर नहीं, बल्कि वास्तविक अनुभवों पर भरोसा करना चाहिए।

जैसे-जैसे भारत इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर बढ़ रहा है, ये बातें समझना और भी ज़रूरी होती जा रही हैं। चाहे आप इसे एक अच्छा संकेत मानें या सतर्कता का इशारा – इतना तय है कि River Indie ने चर्चा तो जरूर छेड़ दी है।

डिस्क्लेमर:
यह लेख उपयोगकर्ताओं के अनुभवों और ऑनलाइन रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार किया गया है। माइलेज परिणाम अलग-अलग परिस्थितियों में भिन्न हो सकते हैं। कृपया किसी भी वाहन को खरीदने से पहले कंपनी की आधिकारिक जानकारी और व्यक्तिगत ट्रायल को प्राथमिकता दें।

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